सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता – पुलवामा में आतंकियों का सफाया
नई दिल्ली: गुरुवार को सशस्त्र बलों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे कड़े अभियान का हिस्सा है। पुलवामा जिले में यह मुठभेड़ सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों का खात्मा
सूत्रों के अनुसार, मारे गए तीनों आतंकवादी पाकिस्तान समर्थित प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े थे। इनमें से दो आतंकवादी – शाहिद कुट्टे और अदनान शफी डार – शोपियां के निवासी थे। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी, इन आतंकियों के परिवार के घरों को ध्वस्त कर दिया गया था। मारे गए अधिकांश लोग पर्यटक थे।
ऑपरेशन केलर की सफलता
यह मुठभेड़ ऑपरेशन केलर के तहत हुई, जिसे शोपियां के घने जंगलों में राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा मिली खुफिया जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए, जिनमें राइफलें, ग्रेनेड और गोलियां शामिल थीं। माना जा रहा है कि ये हथियार मंगलवार को मारे गए आतंकवादियों के पास थे।
भारत-पाक तनाव में अस्थायी ठहराव
यह घटना उस वक्त सामने आई है जब हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी लॉन्चपैड्स पर हवाई हमले किए थे। इस साल कश्मीर में यह दूसरी बड़ी आतंकवाद विरोधी उपलब्धि है। इससे पहले, 16 मार्च को हंदवाड़ा में एक पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया गया था।
सुरक्षा बलों की सतर्कता बनी रहेगी
हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में अस्थायी कमी आई है, लेकिन सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क हैं। ऑपरेशन केलर के दौरान मिली सफलता ने आतंकियों के मनसूबों पर करारा प्रहार किया है। सेना का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलवामा में बढ़ाई गई सुरक्षा
मुठभेड़ के बाद पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने चौकसी और बढ़ा दी है। अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी संभावित आतंकी हमले को रोका जा सके। स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
निष्कर्ष
सुरक्षा बलों द्वारा पुलवामा में आतंकियों का सफाया कश्मीर में शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऑपरेशन केलर की सफलता ने आतंकवादियों के हौसले पस्त कर दिए हैं। सरकार का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ यह मुहिम जारी रहेगी और कश्मीर घाटी में स्थायी शांति स्थापना के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।