जोफ्रा आर्चर, इंग्लैंड के स्टार पेस बॉलर, चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं। उन्हें गुरुवार को भारत के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल किया गया है। आर्चर का यह कमबैक इंग्लैंड क्रिकेट के लिए एक अहम मोड़ है, क्योंकि उनके करियर में कई चोटों के कारण लंबे समय तक उनका टेस्ट क्रिकेट से दूर रहना पड़ा था।
आर्चर की वापसी: इंग्लैंड की रणनीति में बदलाव
इंग्लैंड टीम में इस बार एकमात्र बदलाव आर्चर की वापसी है, जबकि टीम के लिए तीसरे टेस्ट में वो ही एकमात्र बदलाव है। सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है। चूंकि दूसरे टेस्ट में क्रिस वोक्स और ब्रायडन कार्से दोनों ही थके हुए नजर आए थे, लेकिन दोनों को टीम में बनाए रखा गया है, और जोश टोंग को आर्चर के लिए बाहर किया गया है।
आर्चर की वापसी उस समय हो रही है, जब उनके करियर को लेकर संदेह था। उनके पिछले टेस्ट मैच को 2021 में भारत के खिलाफ खेला गया था, और तब से इंग्लैंड ने 53 टेस्ट खेले हैं, बिना आर्चर के।
आर्चर और वुड की जोड़ी: क्या हो सकता है धमाल?
मूल रूप से मार्क वुड भी घुटने की चोट से उबर रहे हैं, और माना जा रहा था कि वह पूरी पांच मैचों की सीरीज से बाहर होंगे, लेकिन अब वह आखिरी टेस्ट के लिए फिट हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो इंग्लैंड में आर्चर और वुड का एक साथ खेलना टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा। यह इंग्लैंड के लिए एक रोमांचक जोड़ी साबित हो सकता है।
आर्चर का अब तक का करियर: एक नजर
जोफ्रा आर्चर ने 13 टेस्ट मैच खेले हैं और 42 विकेट लिए हैं। उनका आखिरी टेस्ट मैच 2021 में भारत के खिलाफ खेला गया था। उनके लिए लॉर्ड्स का मैदान हमेशा विशेष रहा है, क्योंकि यहीं 2019 में उन्होंने इंग्लैंड को वर्ल्ड कप फाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत दिलाई थी, जिसमें उन्होंने सुपर ओवर डाला था। उसी साल, आर्चर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में अपने करियर की शुरुआत की थी।
आर्चर की वापसी: क्या जोखिम है?
आर्चर की वापसी हालांकि जोखिम से भरी हुई है। उन्होंने तीसरे टेस्ट से पहले केवल एक प्रथम श्रेणी मैच खेला है, जिसमें उन्होंने 18 ओवर फेंके और एक विकेट लिया। इसके बावजूद इंग्लैंड को आर्चर की प्रतिभा पर पूरा विश्वास है, और उनका मानना है कि वह टीम के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
इंग्लैंड की टीम: तीसरे टेस्ट के लिए मजबूत संयोजन
इंग्लैंड की टीम में कुछ बदलावों के बावजूद, आर्चर को शामिल करने का फैसला किया गया है। इंग्लैंड की टीम में बेन डकेट, जाक क्रॉली, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रुक, बेन स्टोक्स (कप्तान), जेमी स्मिथ, क्रिस वोक्स, ब्रायडन कार्से, जोफ्रा आर्चर और शोएब बशीर को रखा गया है। वोक्स और कार्से की फार्म पर सवाल उठाए गए हैं, लेकिन फिर भी उन्हें टीम में बनाए रखा गया है।
आर्चर की भूमिका और इंग्लैंड की रणनीति
आर्चर की वापसी इंग्लैंड के लिए एक बड़ी उम्मीद है, लेकिन यह इस समय एक जोखिम भी हो सकता है। वोक्स, जिन्होंने सात टेस्ट में 32 विकेट लिए हैं, का रिकॉर्ड लॉर्ड्स में बहुत अच्छा है। वहीं, कार्से भी अपनी चोटों से उबरने के बावजूद टीम में बने हुए हैं। इंग्लैंड का यह कदम शायद थोड़ा आश्चर्यजनक हो सकता है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि आर्चर की वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी।
भारत की तैयारी: तीसरे टेस्ट के लिए
भारत भी अपनी टीम में बदलाव की तैयारी कर रहा है, जिसमें जसप्रीत बुमराह की वापसी की उम्मीद है, जो दूसरे टेस्ट में आराम पर थे। बुमराह की वापसी से भारत की पेस अटैक में मजबूती आएगी और तीसरे टेस्ट में वह इंग्लैंड को कड़ी टक्कर देंगे।
निष्कर्ष
जोफ्रा आर्चर की टेस्ट क्रिकेट में वापसी इंग्लैंड के लिए एक अहम क्षण है। लंबे समय बाद, वह अपनी चोटों से उबरकर टीम में वापसी कर रहे हैं, और इंग्लैंड की उम्मीदें अब उन पर टिकी हुई हैं। वुड की भी वापसी हो सकती है, जिससे इंग्लैंड का पेस अटैक और मजबूत होगा। तीसरा टेस्ट रोमांचक होने वाला है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि आर्चर अपनी वापसी से इंग्लैंड को सीरीज में बढ़त दिला पाते हैं या नहीं।