गुरुग्राम में एक दुखद घटना ने पूरे देश को चौंका दिया है, जहां 25 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव को उनके पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह हत्या परिवार के भीतर महीनों से चल रहे तनावों का परिणाम बताई जा रही है, जिसमें उनकी वित्तीय स्वतंत्रता, इंस्टाग्राम रील्स और एक म्यूजिक वीडियो में भाग लेने को लेकर पिता से विवाद हुआ था।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पृष्ठभूमि:
राधिका यादव, जो एक उभरती हुई टेनिस स्टार और कोच थीं, को उनके पिता ने किचन में खाना बना रही अवस्था में तीन गोलियां मारीं, जब वह सुबह 10:30 बजे के आसपास घर में थीं। उनके चाचा कुलदीप यादव को गोली की आवाज सुनाई दी, और जब वह ऊपर पहुंचे, तो राधिका को बेसुध पाया। अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दीपक यादव का स्वीकारोक्ति:
पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने हत्या का स्वीकार किया और बताया कि वह अपनी बेटी की सफलता और वित्तीय स्वतंत्रता से नाखुश था। दीपक ने कहा कि वह गांव वालों से बार-बार ताने खाता था क्योंकि वह अपनी बेटी की कमाई पर निर्भर था। उन्होंने अपनी बेटी से कई बार अपनी टेनिस अकादमी बंद करने को कहा था, लेकिन राधिका ने इनकार कर दिया।
म्यूजिक वीडियो विवाद:
वित्तीय तनाव के अलावा, यह भी बताया जा रहा है कि राधिका का म्यूजिक वीडियो में आना और उसके पिता का इस पर आपत्ति जताना परिवार के अंदर के तनाव को और बढ़ा दिया। म्यूजिक वीडियो, जिसका नाम “करवां” था, इंडिपेंडेंट आर्टिस्ट INAAM द्वारा रिलीज़ किया गया था। इस वीडियो में राधिका और INAAM साथ दिखे थे। दीपक ने राधिका से इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया से हटाने को कहा था, लेकिन राधिका ने इसे हटाया नहीं।
परिवार में संघर्ष और हत्या:
राधिका को हाल ही में कंधे में चोट आई थी, जिसके कारण उन्हें अपनी टेनिस करियर को थोड़े समय के लिए रोकना पड़ा था। हालांकि, वह युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देती रहीं। दीपक की बढ़ती नाखुशी तब और बढ़ गई जब उसे अपने गांव से ताने सुनने को मिले कि वह अपनी बेटी की कमाई पर निर्भर है। दीपक ने अपने बयान में कहा कि उसे यह सब सुनकर बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रही थी।
हत्या के दिन, दीपक ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर रिवॉल्वर निकाली और राधिका को पीछे से गोली मार दी। पांच गोलियों में से तीन ने राधिका को घायल किया।
गवाह और परिवार के बयान:
कुलदीप यादव, राधिका के चाचा, ने एफआईआर दर्ज करवाई और बताया कि वह सुबह 10:30 बजे के आसपास गोली की आवाज सुनकर ऊपर पहुंचे। वह राधिका को बेसुध पाकर उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
राधिका की मां, मंजू यादव, घटनास्थल पर थीं, लेकिन उन्होंने पुलिस को कोई बयान देने से इनकार कर दिया, यह कहकर कि वह बुखार से पीड़ित थीं। कुलदीप ने एफआईआर में कहा, “वह एक प्रमुख टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने कई ट्रॉफियां जीती थीं। मैं उसकी मौत से स्तब्ध हूं और नहीं समझ पा रहा कि उसे क्यों मारा गया। जब मैं ऊपर गया, तो केवल मेरे भाई दीपक, मेरी बहन मंजू यादव और राधिका ही वहां थे।”
निष्कर्ष:
राधिका यादव की हत्या ने उनके परिवार और खेल समुदाय को स्तब्ध कर दिया है। यह घटना केवल घरेलू हिंसा का मामला नहीं है, बल्कि यह समाज में सफल महिलाओं पर पड़ने वाले दबावों को भी उजागर करती है। जांच जारी है और अधिकारियों को हत्या के सभी पहलुओं की जांच करनी है।