भारत ने दिया अमेरिका को एक नया टैरिफ प्रस्ताव जल्द तय हो सकती है ट्रेड डील.भारत में अमेरिका को नया तेल प्रस्त भेजा है जाने किन बिंदुओं पर हो रही है बातचीत और क्या समझौता संभव है या नहीं,भारत ने अमेरिका को एक नया टैरिफ प्रस्ताव देने के लिए अपनी एक टीम अमेरिका भेजी है इस प्रस्ताव के अंतर्गत भारत अमेरिका को निर्यात में सहूलियत प्रदान कर रहा है।
साथ ही साथ रिसिप्रोकल टैरिफ में संतुलन देने के लिए भी भारत ने एक नया मॉडल तैयार किया है।
भारत ने दियाअमेरिका को नया टैक्स टैरिफ प्रस्ताव
भारत ने एक बार फिर से अमेरिका से व्यापार वार्ता करने के लिए अपनी टीम को अमेरिका भेज दिया है। भारत और अमेरिका के बीच अड़चन बन रहे बिंदुओं पर अब बात होगी। भारत ने अमेरिका को एक नया टैरिफ प्रस्ताव देने के लिए अपनी एक टीम अमेरिका भेजी है इस प्रस्ताव के अंतर्गत भारत अमेरिका को निर्यात में सहूलियत प्रदान कर रहा है।
भारत किन विषयों पर अमेरिका के साथ ट्रेड करने में असमर्थ है
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता पहले कृषि और डेयरी बाजार में अमेरिका के हस्तक्षेप को रोकने से मना करने के कारण संभव नहीं हो पाई थी क्योंकि भारत के अनुसार यह रेड लाइन क्षेत्र है और इनमें सुरक्षा भारत की प्राथमिकता है।
भारत लाया है अपना नया टैरिफ प्लान
भारत ने अमेरिका को एक ऐसा टैरिफ प्लान देने की कोशिश की है जिससे भारत और अमेरिका दोनों संतुष्ट हो सके। इस प्लान को भारत ने अमेरिका की तारीफ नीतियों को ध्यान में रखते हुए बनाया है।
क्या अमेरिका के साथ टैरिफ डील न करने वाले 15 देशों की लिस्ट में है भारत का नाम शामिल ?
अमेरिका कुछ समय से 15 देशों की एक लिस्ट जारी करेगा जिनके साथ अमेरिका की ट्रेड डील संभव नहीं हो पाई है। अब देखने की बात यह है कि अमेरिका उस लिस्ट में भारत का नाम शामिल करता है या नहीं। आज अमेरिका दुनिया भर के 15 देशों को पत्र के द्वारा टैरिफ के लिए सूचना भेजेगा। भारत का नाम इन 15 देशों की लिस्ट में शामिल होने की संभावना ना के बराबर है
क्योंकि अभी तक यही उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका की भारत के साथ एक अलग ट्रेड डील फाइनल होने ही वाली है।
क्या होगा इस ट्रेड डील में?
सरकारी सूत्रों के द्वारा जहां तक पता चला है कि यह ट्रेंड डील कोई आखिरी या पहले चरण का समझौता नहीं है बल्कि यह एक व्यापक और लंबे समय तक का समझौता है जिसमें किसी चरणबद्ध समझौते के रूप में इसे नहीं देखा जा रहा बल्कि जो भी बिंदु पहले तय हो जाएंगे उन्हें अंतरिम समझौते के रूप में पैकेज बनाकर फाइनल किया जा सकता है। जिन मुद्दों पर सहमति नहीं हो पाई है उन पर बात आगे जारी रहेगी।
अमेरिका भारत पर 3.82 अरब डॉलर काआयात शुल्क लगा चुका है
अमेरिका ने सुरक्षा उपायों के अंतर्गत स्टील पर 25% और एल्यूमीनियम पर 10% आयात शुल्क लगा दिया है इन सुरक्षा उपायों से भारत में आयात किए जाने वाले 7.6 अरब डालर मूल्य के उत्पादों पर 3.82 अरब डॉलर का शुल्क लिया जाएगा।
भारत में WTO को भेजा प्रस्ताव
भारत में अमेरिका के कुछ उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने के लिए WTO को सूचित किया है। भारत द्वारा लगाए गए टैरिफ शुल्क से अमेरिका से आयात किए गए उत्पादन प्रभावित होंगे जिन पर शुल्क लगाकर बराबर राजस्व लिया जाएगा। भारत के द्वारा दिए गए प्रस्ताव के अनुसार अमेरिका में कुछ विशेष वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ा दिया जाएगा जिसके कारण अमेरिका के उत्पादों की कीमत भारत में बढ़ सकती है।
भारत के WTO में जाने से क्या खराब हो सकते हैं दोनों देशों के संबंध?
भारत पहले भी ऑटोमोबाइल सेक्टर पर रेसिप्रोकल शुल्क लगाने का सुझाव दे चुका है। इस तरह के टैरिफ शुल्क से दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ सकती है जबकि दोनों देशों के बीच में एक व्यापार समझौता अपने अंतिम चरण पर ही है।
अमेरिका भारत की ट्रेड डील में किन बातों पर हो सकती है एक राय ?
अमेरिका भारत की ट्रेड डील में आपसी सहमति अमेरिका से आने वाले सामानों पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने पर हो सकती है। अमेरिका स्टील एल्यूमिनियम और ऑटो पार्ट्स पर ड्यूटी को घटा सकता है। भारत अमेरिका के कुछ उत्पादों पर आयात शुल्क घटा सकता है।
भारत कर चुका है अभी तक 14 देशों के साथ ट्रेड डील
भारत अभी तक 14 देश के साथ ट्रेड डील कर चुका है। भारत ने न्यूजीलैंड के जैसे देशों से भी वार्ता की है और अब अमेरिका के साथ समझौते की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा ही चुका है। भारत ने अभी यूनाइटेड किंगडम के साथ ट्रेड डील फाइनल की है। भारत की यूरोपीय संघ के साथ बातचीत अपने अंतिम चरण पर पहुंच चुकी है अमेरिका के साथ भी ट्रेड डील फाइनल होने ही वाली है। यह समझौते बनेंगे भारत को वैश्विक बाजार का एक अहम हिस्सा
निष्कर्ष
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते के लिए आज एक दल अमेरिका पुनः जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार सब कुछ सकारात्मक होगा और यह ट्रेड डील संभव हो पाएगी।
- ऐसा नहीं है कि सब कुछ आज ही फाइनल हो जाएगा जिन विषयों में सहमति हो गई है वहां पर उसे पैकेज की तरह लिया जाएगा और यह डील फाइनल कर ली जाएगी और जिन विषयों पर अभी बातचीत बेनतीजा है उस पर बात आगे भी जारी रहेगी।
- अगर यह ट्रेड डील ना हो पाई तो भारत को काफी अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।