अमेरिका ने रूस के नजदीक परमाणु पनडुब्बियाँ तैनात करने का दिया आदेश, रूस का कहना अमेरिका की न्यूक्लियर पनडुब्बियाँ हमारे निशाने पर पहले से ही हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर कहा अच्छा है आइए जानें कल घटी इन घटनाओं के विषय में
अमेरिका ने रूस के पास परमाणु पनडुब्बियाँ तैनात करने का दिया आदेश,
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टुथ पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति के बयानों के बाद अमेरिकी पनडुब्बियों को फिर से तैनात करने का आदेश दिया था।रूस की सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन मेदवेदेव ने ट्रंप को दिया था सीधा अल्टीमेटम, जिसके जवाब में ट्रंप ने कहा था कि उन्हें अपनी जुबान पर लगाम लगानी चाहिए वह अभी खुद को राष्ट्रपति समझते हैं और खतरनाक जमीन पर चल रहे हैं
ट्रंप का यह भी कहना था कि अब वह रूस और राष्ट्रपति पुतिन से निराश हो चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है ताकि अगर यह मूर्खतापूर्ण भड़काऊ बयान केवल शब्द तक ही सीमित ना रहे तो हम तैयार रहे कई बार शब्द ही अनजाने में गंभीर परिणाम की ओर ले जा सकते हैं और मुझे उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा।
रूस ने कहा अमेरिका की न्यूक्लियर पनडुब्बियां हमारे निशाने पर
रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है रूस के सांसद वोडोलात्सकी ने कहा कि जिन दो अमेरिकी पनडुब्बियों को भेजा गया है वे हमारे निशाने पर है हम चाहते हैं कि अमेरिका और रूस के बीच एक ठोस समझौता हो जिससे विश्व युद्ध तृतीय जैसी चर्चा बंद हो और विश्व शांति की तरफ बढ़ सके। उन्होंने कहा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भेजी दो अमेरिकी पनडुब्बियों को रोकने के लिए रूस के पास समुद्र में पहले से ही पर्याप्त संख्या में परमाणु पनडुब्बियां हैं। लंबे समय से रूस इन पनडुब्बियों पर निगाह बनाए हुए हैं।
रूस की सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन मेदवेदेव ने ट्रंप को दिया था सीधा अल्टीमेटम
रूस की सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन मेदवेदेव ने ट्रंप को सीधी अल्टीमेटम देते हुए कहा था हर अल्टीमेटम एक कदम है अमेरिका से युद्ध की और। रूस इजरायल या ईरान नहीं है जो चुप रहेगा। ट्रंप को स्लीपी जो जैसा नहीं बनना चाहिए।
अमेरिका ने भारत और रूस की भारत और रूस की इकोनॉमी को डेड इकोनॉमी कहने पर क्या कहा था रूसी सांसद ने?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस की इकोनॉमी को डेड इकोनॉमी कहा था जिस पर रूस के सांसद ने लिखा भारत व रूस की डेड इकोनॉमी और खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश की बात करने से पहले उन्हें अपनी पसंदीदा फिल्में वाकिंग डेड याद करनी चाहिए और यह भी समझना चाहिए की डेड और कितना खतरनाक हो सकता है भले ही वह अस्तित्व में ना हो।
रूसी मीडिया का कहना ट्रंप के बयान को गंभीरता से ना लें
रूल्स इन ग्लोबल अफेयर्स के संपादक का कहना है कि ट्रंप के बयान को गंभीरता से ना लें ।ट्रंप भावनात्मक सहज प्रतिक्रिया देते हैं। अमेरिका की नौसेना को भी उनके इस बयान को देखकर हैरानी होगी और यह केवल शब्दों तक ही सीमित है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर रोक की खबरों पर दी सकारात्मक प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से कहा कि मैंने सुना है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा मुझे नहीं पता कि यह सही है या गलत। यह एक अच्छा कदम है देखते हैं क्या होता है। मैं समझता हूं कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा।
निष्कर्ष
रूस, भारत और अमेरिका के लिए कल का दिन थोड़ा उथल-पुथल वाला रहा। रूस और अमेरिका के बीच तनाव कल बढ़ता हुआ सा लगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत के द्वारा रूस से आगे तेल ना खरीदने के विषय में सकारात्मक प्रतिक्रिया आई जिससे उम्मीद बन रही है कि अब डोनाल्ड ट्रंप भारत पर कोई जुर्माना नहीं लगाने वाले।