अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अन्य देशों पर लगाने वाले टैरिफ को एक सप्ताह के लिए टाल दिया है लेकिन अमेरिका का कहना है कि भारत जानबूझकर बातचीत को धीमा कर रहा है जिसके कारण हम परेशान हो गए हैं। वहीं भारत ने अमेरिका से f 35 जेट ना खरीदने का मन बना लिया है। आइए जानते हैं क्या-क्या नया हुआ है कल और आज के बीच में
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर एक सप्ताह के लिए टाला टैरिफ
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 30 जून को भारत पर 25% टैरिफ और रूस के साथ तेल खरीदने के कारण जुर्माना लगाए जाने को एक सप्ताह तक के लिए टाल दिया है। पहले यह टैरिफ एक अगस्त से यानी कि आज से ही शुरू होने वाला था लेकिन अब यह 7 अगस्त से शुरू होने वाला है। अमेरिका ने सबसे अधिक टैरिफ
पूरे विश्व में सीरिया पर लगाया है जो की 41% है। साउथ एशिया में सबसे कम 19% टैरिफ पाकिस्तान पर लगाया गया है। चीन का नाम अभी इस लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।
डोनाल्ड ट्रंप बता चुके हैं भारत की अर्थव्यवस्था को मरी हुई
कल डोनाल्ड ट्रंप में भारत और रूस के विषय में बात करते हुए कहा था कि मुझे फर्क नहीं पड़ता भारत रूस के साथ क्या करता है वह अपनी मरी हुई अर्थव्यवस्थाओं को साथ ले जाए मुझे कोई परवाह नहीं। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के लिए यह भी कहा कि भारत हमेशा से अपनी सैन्य खरीद का बड़ा हिस्सा रूस से लेता रहा है। भारत रूस से सबसे अधिक ऊर्जा लेता है। डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर विपक्षी पार्टी के नेता राहुल गांधी ने अपनी स्वीकृति दी थी
राहुल गांधी ने कहा था कि उन्होंने गलत क्या कहा पीएम मोदी आदित्य मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा सब जानते हैं। जिसके विरोध में होने के पार्टी से के नेता शशि थारू ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मृतपाय नहीं है। वहीं कांग्रेस के नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि भारत को अमेरिका की अनुचित मांगों के सामने नहीं झुकना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान से रूस ने पश्चिमी देशों पर जाहिर की अपनी नाराजगी
रूस ने डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर अमेरिका के 25% टैरिफ लगाने के फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों को जमकर सुनाया उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश भारत और रूस के आपसी संबंध खराब करना चाहते हैं अमेरिका व यूरोपीय यूनियन बार-बार यह दिखा रहा है कि उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
भले ही वह यह सोचे कि भारत के खिलाफ इस तरीके के कदम उठाकर वह भारत और रूस के संबंधों को कमजोर कर सकते हैं लेकिन ऐसा होना संभव नहीं है। रूस ने कभी भी भारत के साथ किसी स्वार्थ के लिए अपने संबंध मजबूत नहीं किये लेकिन अमेरिका सिर्फ अपना फायदा देखता है।
अमेरिका का कहना भारत जानबूझकर कर रहा है परेशान
भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद अमेरिका ने कहा कि अब भारत हमें जानबूझकर परेशान कर रहा है टैरिफ पर हम काफी लंबे समय से बात कर रहे हैं लेकिन भारत बातचीत को आगे नहीं बढ़ा रहा है जिसके कारण हम परेशान है। अमेरिका के वित्त मंत्री ने एक इंटरव्यू में भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वार्ता को भारत जानबूझकर धीमा कर रहा है
। अमेरिका के वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की तरफ से की जा रही देरी से अमेरिका परेशान है भारत रूस से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल लेकर उसे परिष्कृत करके भेजता है जो की एक अच्छा वैश्विक खिलाड़ी कभी नहीं करता।
अमेरिका से f 35 जेट न खरीदने का भारत में बनाया मन
अमेरिका से भारत नहीं खरीदेगा f 35 जेट भारत अभी तक अमेरिका से प्राकृतिक गैस आयात संचार उपकरण और सोने की ज्वेलरी की खरीद में बढ़ोतरी करने का प्रयास कर रहा था क्योंकि अमेरिका का कहना है कि आने वाली तीन-चार वर्षो में भारत और अमेरिका के बीच में व्यापार असंतुलन बहुत बड़ा है। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी
और इसके बाद भारत में अमेरिका से f 35 विमान खरीदने की योजना पर पुनर्विचार करना शुरू कर दिया है। अमेरिका के 25 प्रतिशत टैरिफ की प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने एफ 35 फाइटर जेट खरीदने में अब अपनी रुचि से इनकार किया है। फरवरी में जब प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका गए थे तब अमेरिका द्वारा फाइटर जेट खरीदने के लिए डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रधानमंत्री मोदी से कहा गया था।
भारत सरकार की प्राथमिकता स्वदेशी डिजाइन और निर्माण पर आधारित है। लेकिन भारत अमेरिका से प्राकृतिक गैस आयात संचार उपकरण और सोने की खरीद में बढ़त कर सकता है ताकि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार असंतुलन को कम किया जा सके।